निवेश के झांसे में शिक्षक ने पैतृक जमीन बेची, 60 लाख की चपत
प्रयागराज। साइबर अपराधियों ने निवेश के नाम पर एक कोचिंग संस्थान के शिक्षक मानवेंद्र सिंह को 60 लाख रुपये की चपत लगा दी। निवेश करने के लिए शिक्षक ने अपने पिता की जमीन तक बेच दी थी। वहीं घर परिवार व नाते-रिश्तेदारों की जमापूंजी तक लगा दी थी। साइबर क्राइम पुलिस ने तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। रायबरेली जिले के मानपुर गांव लालगंज निवासी बृजेंद्र बहादुर सिंह का इकलौता बेटा मानवेंद्र सिंह प्रयागराज के जार्जटाउन में रहकर अनएकेडमी कोचिंग संस्थान में पढ़ाते हैं। मानवेंद्र सिंह की तहरीर के अनुसार सोशल मीडिया के जरिए दो तथाकथित वेबसाइट और तीन अलग-अलग मोबाइल नंबर से कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का प्रलोभन दिया गया।
इसमें छोटे-छोटे टास्क में निवेश करने की सलाह दी गई। मानवेंद्र सिंह ने विश्वास कर नवंबर 2024 से मई 2025 के बीच लगभग 60 लाख रुपये निवेश कर दिया। इसके लिए उन्होंने परिजनों व रिश्तेदारों से रुपये मांगने के साथ ही पिता की जमीन तक बेच दी। लेकिन, जब साइबर ठगी की जानकारी हुई, तो मानवेंद्र सिंह के होश उड़ गए। मानसिक तनाव में आकर मानवेंद्र सिंह ने आत्महत्या करने तक की कोशिश की। जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई, तो मानवेंद्र सिंह के साथ 28 मई को साइबर क्राइम थाने पहुंचे। थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि मानवेंद्र सिंह की तहरीर के आधार पर तीन अज्ञात मोबाइल नंबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।