बेसिक का सबसे बड़ा दुःख
पहले दो साल बच्चों को तैयार करो, फ्री का खिलाओ, बैठना-उठना, एक नंबर-दो नंबर जाना सिखाओ, फिर कक्षा एक में एडमिशन लो। मेहनत करके आधार कार्ड बनवाओ। फिर कक्षा में दो-चार दिन भेजकर डीबीटी का पैसा लेकर धीरे से बच्चे को प्राइवेट में भेज देंगे।
तीन साल की मेहनत मिट्टी में मिल जाती है।
दो साल से यही हो रहा है।