परिषदीय स्कूलों के शिक्षक इन दिनों बच्चों को पढ़ाना-लिखाना छोड़ डीबीटी में उलझकर रह गए
बच्चों को स्वेटर, स्कूल बैग, यूनीफार्म व जूता- मोजा का पैसा 1056 रुपये खाता में भेजने के लिए डीबीटी एप पर बच्चों का ब्योरा भरा जा रहा है। जिसके चलते शिक्षकों का पूरा दिन उसी में गुजर रहा है। तकनीकी परेशानी हो रही है सो अलग। ऐसे में स्कूल खुलने के बाद भी पहले की तरह बच्चों की पढ़ाई-लिखाई नहीं हो पा रही है।