बेशिक विभाग की शिक्षिका यदि अपने छोटे बच्चे को स्कूल लेकर जाती है तो कार्यवाही होगी, यही दूसरे विभाग के महिला कर्मचारी बच्चे लेकर जाती है तो फोटो की तारीफ होती है, पढ़े पूरा न्यूज
◆ ऐसा आदेश अमानवीय और अक्षम्य पाप की श्रेणी में आता है.! अगर कोई महिला शिक्षक अपने घर-परिवार से दूर अपने एक-दो साल के बच्चे को अपने साथ रखकर नौकरी कर रही है तो स्कूल जाने से पहले बच्चे का क्या करेगी,उसे स्कूल क्यों नहीं ले जा सकती है..??
◆ एक महिला सांसद का संसद में बच्चे की दूध पिलाती तस्वीर की पुरी दुनिया में तारीफ होती है। एक महिला कांस्टेबल द्वारा बच्चे को गोद मे लेकर ड्यूटी करती फोटो की तारीफ होती है, एक महिला आईएएस अधिकारी का अपने ऑफिस में अपने बच्चे के साथ ड्यूटी करने की तारीफ होती है। वहीं दूसरी तरफ एक अधिकारी द्वारा एक ऐसा आदेश जारी किया जाता है जिससे शिक्षिकाओ को रोष है।
कोइ भी बच्चा जब जन्म लेता है तो तीन से चार साल तक बिना मां के रही नही सकता है ये बात पूरी दुनिया जानती है फिर बेशिक के शिक्षिकाओ के लिए एैसा आदेश
Department of Basic Education Uttar Pradesh
यह पोस्ट शोसल मीडिया से है