कोरोना महामारी के कारण सभी आईआईटी में शैक्षणिक सत्र शुरू होने में दो से तीन महीने का विलंब हो सकता है
वहीं देर से शुरू होने पर सत्र तीन से छह माह तक आगे बढ़ सकता है। अगस्त से शुरू होने वाले सत्र को ऑनलाइन ही चलाया जाएगा। यदि सितंबर या अक्तूबर तक देश में कोरोना के हालात ठीक होते हैं तो उसके बाद छात्रों को दिसंबर तक ही बुलाया जा सकता है। जेईई एडवांस व इन्हीं मुद्दों और लेकर जल्द ही स्टैंडिंग कमेटी आईआईटी काउंसिल की बैठक होने वाली है। आईआईटी अधिकारी के मुताबिक कोरोना के कारण फिलहाल कैंपस खोलने की योजना नहीं है।
देशभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, ऐसे में छात्रों को कैंपस बुलाकर स्वास्थ्य को खतरे में नहीं डाला जा सकता। इसीलिए फाइनल सेमेस्टर परीक्षा लेकर अन्य परीक्षाओं के रिजल्ट असेसमेंट व असाइनमेंट के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं। डिग्री भी ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जाएगी। अधिकारी ने बताया कि सिर्फ चुनिंदा पीएचडी छात्रों को कैंपस आने की अनुमति मिलेगी। जिन स्कूल के पास इंटरनेट की व्यवस्था नहीं होगी, उन्हें थोड़े समय के लिए कैंपस आने दिया जाएगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जब जेईई मेन 2020 की स्कोर लिस्ट जारी करें, उसके दो हफ्ते के अंदर जेईई एडवांस परीक्षा आयोजित होगी।