Latest Updates|Recent Posts👇

08 June 2020

फर्जी शिक्षिका से पूछताछ, भेजी गई जेल: न अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और ना ही प्रिया सिंह, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, पढ़ें पूरा केस

फर्जी शिक्षिका से पूछताछ, भेजी गई जेल: न अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और ना ही प्रिया सिंह, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया,  पढ़ें पूरा केस


सूबे में चर्चित फर्जी अनामिका शुक्ला नाम से दस्तावेज के पर कासगंज में नौकरी करती पकड़ी गई शिक्षिका से पूछताछ करने रविवार को एसटीएफ आगरा की टीम पहुंची। शासन से निर्देश के बाद दोपहर को करीब दो घंटे तक सोरों कोतवाली में पूछताछ कर तमाम जानकारियां हासिल की। दोपहर बाद आरोपी शिक्षिका को सोरों कोतवाली पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।


एसपी सुशील घुले ने बताया कि आरोपी शिक्षिका से पूछताछ कर ली है। उसे न्यायालय में पेश किया था, जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस की टीमें जांच के लिए गई स्थानों पर भेजी गई हैं। जांच चल रही है, पूछताछ में जिन लोगों के संपर्क फर्जी शिक्षिका के मामले में पता चले हैं उन्हें चिह्नित कर जांच की जाएगी।

राज से गोंडा में हुई थी फर्जी शिक्षिका की मुलाकात
कासगंज। पुलिस को पूछताछ में फर्जी शिक्षिका ने बताया कि वह गोंडा में बीएड करने के लिए गई थी। वहीं उसकी मुलाकात मैनपुरी के राज नाम के व्यक्ति से हुई। इसी मुलाकात के बाद राज ने उसे अनामिका के नाम के शैक्षिक एवं जरूरी दस्तावेज दिए थे, जिन्हें लेकर वह कासगंज में नौकरी की ज्वाइनिंग के लिए आई।

कॉल डिटेल से पुलिस पहुंचेगी मैनपुरी के राज तक
कासगंज। पुलिस की गिरफ्त में आई अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी नौकरी करने वाली शिक्षिका ने पूछताछ में मैनपुरी के राज नाम के युवक से शैक्षिक प्रमाण पत्र लेने की बात बताई। पुलिस को शिक्षिका ने सिर्फ राज का नाम बताया है। उसका एक मोबाइल नंबर भी बताया, पुलिस राज तक पहुंचने के प्रयास में जुटी है।

कासगंज। न अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और ना ही प्रिया सिंह। पुलिस की पकड़ में आई फर्जी महिला शिक्षिका का नाम असल में सुप्रिया सिंह है। पूछताछ में उसने ना केवल अपने नाम बदलकर बताए, बल्कि पता भी नई बस्ती न होकर गांव रजपालपुर कायमगंज का निकला। पुलिस अब उसके असली नाम के पहचान पत्र को हासिल करने में जुटी है। महिला शिक्षिका से परिजनों के मोबाइल नंबर पुलिस को मिले तो पुलिस ने उसके नाम पते को लेकर जांच करनी शुरू कर दी। कोतवाली प्रभारी सोरों रिपुदमन सिंह ने बताया कि शिक्षिका का नाम सुप्रिया सिंह पता चला है, वह कायमगंज के समीप गांव रजपालपुर के निवासी महीपाल सिंह की पुत्री है।

अवध विवि की डिग्री से अलीगढ़ में मिली थी नौकरी
अलीगढ़।अलीगढ़ के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी करने वाली अनामिका उर्फ सुप्रिया ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या की डिग्रियां लगाकर नौकरी हासिल की है। विश्वविद्यालय से संपर्क कर विभाग दस्तावेजों की सच्चाई पता करने में जुट गया है। अलीगढ़ की शिक्षिका ने नौकरी पाने के लिए स्नातक और बीएड की जो डिग्री इस्तेमाल की थी, वह अवध विश्वविद्यालय की हैं। शिक्षिका की स्नातक की डिग्री गोंडा के एक कॉलेज और दूसरी डिग्री अंबेडकरनगर के एक कॉलेज के नाम से है।

फर्जी शिक्षिका से पूछताछ, भेजी गई जेल: न अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और ना ही प्रिया सिंह, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, पढ़ें पूरा केस Rating: 4.5 Diposkan Oleh: news