संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के नाम पर फर्जी डिग्री प्राप्त कर परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों की नौकरी खतरे में है।
विशेष जांच दल (एसआइटी) के निर्देश पर अब तक 75 जनपदों में से कुल 53 जिलों के चार हजार से अधिक अंकपत्र व प्रमाणपत्रों का सत्यापन विश्वविद्यालय की ओर से कराया जा चुका है। इसमें 700 अध्यापकों की डिग्री संदेह के घेरे में है। कार्रवाई तय है। इसके साथ ही एसआइटी ने शेष 22 जनपदों की सत्यापन रिपोर्ट दो माह के अंदर मुहैया कराने को कहा है।
शासन के निर्देश पर एसआइटी की ओर से पिछले दिनों डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा) की ओर से जारी डिग्री की जांच की गई थी। जांच में आंबेडकर विश्वविद्यालय के नाम की 2116 डिग्री फर्जी मिली हैं। इन्हीं के आधार पर सूबे के विभिन्न जिलों के परिषदीय विद्यालयों में लोग अध्यापक की नौकरी कर रहे थे। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी है