सरकारी स्कूलों में भी ई-पाठशाला, लॉकडाउन शुरू हुआ तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि सरकारी स्कूल भी पढ़ाने के लिए इन तरीकों का सहारा लेंगे
व्हाट्सएप. दूरदर्शन. आकाशवाणी. ऐप और निपट देसी तरीके भी। लॉकडाउन शुरू हुआ तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि सरकारी स्कूल भी पढ़ाने के लिए इन तरीकों का सहारा लेंगे। लेकिन प्रदेश के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में इस तरीके से न सिर्फ पढ़ाई शुरू हुई बल्कि अपने शैक्षिक चैनल तक पर विचार चल रहा है।
लॉकडाउन के पहले दिन ही बिना परीक्षा बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नति दी गई। माध्यमिक स्तर के स्कूलों में व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कक्षाओं की शुरुआत हुई और फिर दूरदर्शन पर शैक्षिक प्रसारण का समय बढ़ाकर दो घंटे किया गया। लेकिन गरीबी होने के नाते अभी ई—पाठशाला उतना प्रभावी नही होगा। जितना अच्छा शिक्षक स्कूल आकर अपने क्लास मे बैठकर पढ़ाई करते थे वह मजा यहां नही मिलेगा। ई—पाठशाला उच्च कक्षा के लिए ज्यादा लाभदायक शामिल होगा। लेकिन छोटे बच्चे के लिए उतना लाभदायक नही होगा।