कायाकल्प योजना में अटके कार्य अब तक नहीं हुये पूरे: सनत कुमार सिंह
वाराणसी। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ वाराणसी के वरिष्ठ शिक्षक नेता सनतकुमार सिंह ने बताया कि परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के मूलभूत सुविधाओं यथा-शुद्ध पेयजल, शौचालय व दिव्यांग शौचालय, चहारदीवारी, विद्युतीकरण, प्रत्येक कक्षा कक्षों में टाइलीकरण व पर्याप्त विद्युत बल्ब व पंखे एवं डेस्क व बेन्च, चहारदीवारी, खेल मैदान, छत व दीवारों के मरम्मत एवं रंगाई-पुताई हेतु प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा शासन स्तर से समय-समय पर मांग रखा जाता रहा है।सनतकुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों के उक्त मूलभूत सुविधाओं को संतृप्त किये जाने हेतु मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा जून 2018 में ऑपरेशन कायाकल्प का शुभारम्भ किया गया। फलस्वरूप 14वें वित्त आयोग/राज्य वित्त आयोग / ग्राम निधि मद से कुछ प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं यथा शुद्ध व सुरक्षित पेयजल, रनिंग वाटर, बालक व बालिका वर्ग हेतु पृथक शौचालय व मूत्रालय एवं मल्टीपल हैंड वास यूनिट, विद्यालयों के दरवाजों व छतों के वृहद मरम्मत, विद्युतीकरण, शौचालय, रसोईघर व कक्षा कक्षों में टाइल्स की सुविधा प्रदान कर विद्यालय के रंगाई-पुताई का कार्य भी अधिकांश ग्राम पंचायतों द्वारा कराया गया *जिसका संगठन सराहना करता है*। वर्तमान सत्र में 15वें वित्त आयोग / राज्य वित्त आयोग / ग्राम निधि मद से कार्य सम्पादित किया जाना है। मा.मुख्यमंत्री जी की मंशा के सफल क्रियान्वयन हेतु मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के शासनादेश दिनांक 29 अप्रैल 2020 द्वारा विद्यालयों के मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु तीव्र गति से कार्य सम्पादित किये जाने के निर्देश निर्गत किये गये हैं। जनपद वाराणसी में कुल 790 प्राथमिक एवं 134 उच्च प्राथमिक तथा 219 संविलित विद्यालय (कुल 1143 विद्यालय) अवस्थित है। सनतकुमार सिंह ने कहा कि उक्त विद्यालयों के असंतृप्त अवस्थापना सुविधाओं का पंचायत विभाग एवं बेसिक शिक्षा विभाग के स्तर से आकलन व संकलन कराकर सभी विद्यालयों में मा. मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप यथा शुद्ध व सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था / समरसेबल पम्प एवं रसोईघर, मल्टीपल हैण्डवाश यूनिट, बालक व बालिका शौचालय के लिए रनिंग वाटर तथा रसोईघर व शौचालय एवं सभी कक्षा कक्षों में टाइल्स की सुविधा, विद्यालयों में छात्रों के संख्या के अनुपात में प्रति विद्यालय न्यूनतम 10 टोटी युक्त मल्टीपल हैंड वाश यूनिट, सभी कक्षा कक्षों में प्रकाश हेतु पर्याप्त विद्युत उपकरण व पंखा, विद्यालय की दीवारों, छतों, खिड़कियों व दरवाजों के वृहद मरम्मत के साथ-साथ छात्र संख्या अनुपात में बालक व बालिका शौचालय शिक्षकों के उपयोग हेतु एक अतिरिक्त शौचालय एवं आवश्यक रूप से दिव्यांग शौचालय की व्यवस्था सहित इन्टरलाकिंग कक्षा-कक्षों के छत/ दीवारों के मरम्मत का कार्य सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। साथ ही विद्यालयों में स्वच्छता के दृष्टिगत सभी विद्यालयों में सूखा व गीला कचरा निस्तारण हेतु स्थायी गड्ढा प्रबंधन के साथ-साथ विद्यालयों में जलजमाव से निदान हेतु सोख्ता गड्ढा व वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाना निहायत जरूरी है। सनतकुमार सिंह ने कहा कि कुछ विद्यालयों में विगत वर्षों से लम्बित कार्य आज भी अटके पड़े हैं।पंचायत विभाग द्वारा विशेष रूप से 15वें राज्य वित्त आयोग की धनराशि का भरपूर उपयोग कर विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत सभी कार्य सम्पन्न कराया जाना उचित होगा।
भवदीय
सनत कुमार सिंह