मास्साब ही जिम्मेदार हैं: अध्यापकों ने इतनी मेहनत से दिन-रात कार्य करके अपने मोबाइल, अपने डाटा से DBT कार्य को पूर्ण किया
*मास्साब ही जिम्मेदार हैं...*
अध्यापकों ने इतनी मेहनत से दिन-रात कार्य करके अपने मोबाइल, अपने डाटा से DBT कार्य को पूर्ण किया।
अध्यापक साथियों को पुरस्कृत करने के बजाय बिना यथा-स्थिति जाने कि कार्य पेंडिंग क्यों है? वेतन रोकने का पत्र जारी होना , फिर पेपर मे निकलना बहुत ही दुखद है। फिर से अध्यापक साथियो की छवि समाज मे धूमिल हुई... उसका उत्तरदायित्व किसका? अभिभावको व समाज को लगेगा कि हम सभी ने कार्य नही किया जबकि किसी अपवाद को छोड़कर सभी ने दिन-रात मेहनत की है।
- *सुधि पत्रकार साथियों व जिम्मेदारों से निवेदन है कि एक बार विचार अवश्य करें---- !!*_
1. बार-बार कहने के बाद भी यदि अभिभावक का खाता आधार से यदि जुड़ा नही है तो अध्यापक जिम्मेदार है?
2. अभिभावक ने विगत तीन माह से खाते से लेनदेन नही किया तो अध्यापक जिम्मेदार है?
3. अभिभावक के तीन से अधिक बच्चे बेसिक मे पढ़ रहे है तो भी अध्यापक ही जिम्मेदार है?
4.अभिभावक के जुड़वा बच्चे हैं तो भी अध्यापक जिम्मेदार?
5. एक अभिभावक के दो बच्चो के आधार मे अंकित उम्र एक साल से कम है तो भी अध्यापक जिम्मेदार है?
6. अभिभावक का लालच मे आकर एक से अधिक स्कूल में नामांकन करवाना, तो भी अध्यापक ही जिम्मेदार है ??
7. सभी कार्य मेहनत से करने के बाद यदि सर्वर पर नही शो करे तो भी अध्यापक जिम्मेदार है?
*आगे है... कि अभिभावक पैसा पाने के बाद भी ड्रेस, स्वेटर, जूता, बैग आदि न खरीदे तो भी "मास्साब" ही जिम्मेदार होंगे।*
