न तो बहाल हुई पुरानी पेंशन, न कैशलेस चिकित्सा भत्ता, न बच्चों को मिला डेस्क, बेंच फर्नीचर, न ही चौकीदार, शिक्षकों की उपेक्षा करने वाली सरकार को हटाने का शिक्षक कर रहे विचार: सनतकुमार सिंह
वाराणसी: सनत कुमार सिंह जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ काशी विद्यापीठ वाराणसी की अध्यक्षता में संघ की बैठक संपन्न हुई।बैठक में सनतकुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों के द्वारा उठाए गए आवश्यक 21सूत्रीय मांगों को सरकार द्वारा नजरअंदाज किया गया जिससे शिक्षक अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं।प्रांतीय नेतृत्व द्वारा एक ही छत के नीचे कार्यरत सभी लोगों की समस्यायों जैसे पुरानी पेंशन बहाली सहित,कैशलेस चिकित्सा,ए.सी. पी., उपार्जित अवकाश एवं द्वितीय शनिवार अवकाश,छात्रों को बैठने हेतु फर्नीचर,बिजली,पंखे,पीने का शुद्ध पानी एवं विद्यालय की चहार दीवारी,प्रत्येक कक्षा पर अध्यापक , प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक, लिपिक,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एवं चौकीदार,आकांक्षी जनपद सहित शिक्षकों के जनपदीय स्थानान्तरण एवं अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण, विद्यालयों के संविलियन समाप्त करने ,शिक्षकों के पदोन्नति ,ऑनलाईन कार्य के नाम पर शिक्षकों का शोषण, न्यूनतम मूल वेतन 17140 व 18150 की विसंगति, सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान,सेवानिवृत्त शिक्षकों/पेंशनर्स की समस्याओं,सभी शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों , विशेष शिक्षक एवं कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों को स्थाई शिक्षक बनाने,सभी रसोईयों को स्थाई कर प्रतिमाह रुपये ₹10,000 मानदेय,ऑगनवाड़ी सहायिका को ₹10,000 एवं आँगनवाड़ी कार्यकत्री को ₹15,000 प्रति माह मानदेय,परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता,नगर प्रतिकर भत्ता बहाली एवं महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान,सामूहिक बीमा की धनराशि रुपये ₹दस लाख,वार्षिक प्रविष्टि का शासनादेश वापस लेने,उ 0 प्र0 शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 वापस लेने,मृतक शिक्षकों के परिवारों को ग्रेच्युटी का भुगतान, मृतक शिक्षकों के आश्रितों को टी 0 ई0 टी 0 से मुक्ति, मृतक शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति,कोरोना महामारी एवं पंचायत निर्वाचन के दौरान मृत शिक्षक,शिक्षा मित्र एवं अनुदेशकों के परिवारों को 01 करोड़ रुपये का मुआवजा न देने,मृतक शिक्षा मित्र , अनुदेशक एवं विशेष शिक्षक को आश्रित को नौकरी की मांग को लेकर संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन सरकार द्वारा तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा की सरकार में बैठे लोग हम सबको पुरानी पेंशन बहाली जैसे मुद्दों को देने का वादा किया और सरकार में आकर अपने ही वादे को भूल भूल गए। हम सबकी मांगे ना मानने वाली सरकार को हम शिक्षक उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। बैठक में मुख्य रूप से कौशल सिंह,अनूप सिंह,शांतेश्वर मिश्र,राजेश सिंह,श्रीपादवल्लभ बक्षी, डॉ सिद्धनाथ पांडेय, मनोज कुमार,ललित सिंह,दरोगा सिंह,विजय लाल गुप्ता,राजकुमार, शैलेन्द्र सहाय,लक्ष्मी शंकर सिंह, संतोष शर्मा, राजेन्द्र राय, सूर्य प्रसाद शर्मा, प्रेमलता यादव, रीना सिंह, पुष्पा देवी, उषा सिंह,चन्द्रावती शर्मा ने भाग लिया। संचालन संजय राय ने किया।
