बुनियादी भाषा एवं गणित आधारित कौशल विकास हेतु बीआरसी केंद्रों पर भौतिक रूप से शिक्षकों के कराए जा रहे प्रशिक्षण को स्थगित करके ऑनलाइन प्रशिक्षण कराया जाना आवश्यक है : सनत कुमार सिंह
वाराणसी।
*भीषण ठंड व बढ़ते हुए कोरोना वायरस संक्रमण के चलते शासन द्वारा 23 जनवरी तक भौतिक रूप से पठन-पाठन स्थगित कर आनलाइन पठन-पाठन का निर्देश दिया गया है साथ ही जिलाधिकारी द्वारा विधानसभा सामान्य निर्वाचन- 2022एवं कोविड वैक्सीनेशन से सम्बन्धित कार्यो के निर्वहन हेतु शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।सनत कुमार सिंह जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ काशी विद्यापीठ वाराणसी ने बताया कि सोमवार से ही जनपद के बीआरसी केंद्रों पर शिक्षकों का बुनियादी भाषा एवं गणित आधारित कौशल विकास हेतु चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आरम्भ किया गया है। वर्तमान समय में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण के दौर में किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण भौतिक रूप से न कराकर आनलाइन माध्यम से कराया जाए। कुछ_शिक्षक भी कोरोनावायरस_के संक्रमण_से_ ग्रसित हैं,जिस भांति प्रशिक्षण में शिक्षक एक साथ इकट्ठा हो रहे हैं निश्चित रूप से संक्रमण तेजी से फैल सकती है। पूर्व में शासन द्वारा कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को ही उपस्थित रहकर कार्य करने का निर्देश जारी किया गया है जिसके दृष्टिगत भी शिक्षकों को एक जगह इकट्ठा करके प्रशिक्षण कराया जाना शासन के निर्देश के विपरीत है। सनत कुमार सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण के दबाव में शिक्षक काफी परेशान है और बढ़ते कोरोनावायरस की भयावहता से काफी भयभीत हो रहे हैं।यदि प्रशिक्षण के दौरान शिक्षक कोविड पाजिटिव होते हैं और कोई दुर्घटना घटती है तो उक्त क्षति की भरपाई संभव नहीं है।ऐसा संज्ञान में आया है कि उक्त प्रशिक्षण को भौतिक रूप से कराए जाने हेतु शासन/जिलाधिकारी के स्तर से बगैर अनुमति के ही सम्पन्न कराया जा रहा है।ऐसी स्थिति में संघ की मांग है कि बीआरसी केंद्रों पर भौतिक रूप से कराए जा रहे प्रशिक्षण को अविलम्ब स्थगित करके ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण संपन्न कराये जाना उचित होगा। अन्यथा की स्थिति में संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा*।
#️⃣ सनतकुमारसिंह