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04 June 2020

69000 SHIKSHAK BHARTI Exam के 6 प्रश्नों के जवाब को दी चुनौती :बोले याचिकाकर्ता ऋषभ

69000 SHIKSHAK BHARTI Exam के 6 प्रश्नों के जवाब को दी चुनौती :बोले याचिकाकर्ता ऋषभ

हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले अभ्यर्थी ऋषभ मिश्र का कहना है कि उन्होंने छह सवालों के उत्तरों को लेकर अदालत का ध्यान आकर्षति कराया है। पहला सवाल यह था कि भारत में गरीबी का आकलन किस आधार पर किया जाता है। एनसीईआरटी व अन्य पुस्तकों में आधार प्रति व्यक्ति आय बताया गया है, जबकि आंसर की में इसे व्यय/ पारिवारिक उपभोग बताया गया है। दूसरा सवाल, इनमें से कौन सामाजिक प्रेरक है? एससीईआरटी से मान्यताप्राप्त किताब बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया में प्रेम को सामाजिक प्रेरक बताया गया है। आंसर की में जवाब आत्म गौरव बताया गया है। तीसरा सवाल नाथ पंथ के प्रवर्तक के बारे में था। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली किताब में भी गुरु गोरखनाथ को ही नाथपंथ का प्रवर्तक बताया गया है लेकिन, आंसर की में इसका उत्तर मत्स्येंद्रनाथ दिया गया है। चौथा प्रश्न यह था कि भारत के संविधान सभा के पहले अध्यक्ष कौन थे? आंसर की में इसका उत्तर सच्चिदानंद सिन्हा दिया गया था जो कि संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष थे।


पांचवा सवाल डिस्लेक्सिया नामक बीमारी से संबंधित था, जबकि छठां सवाल शैक्षिक प्रबंधन से जुड़ी परिभाषा के बारे में पूछा गया था। उनके मुताबिक छठें सवाल के उत्तर के रूप में दिया गया कोई भी विकल्प सही नहीं था।

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