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18 May 2020

69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थी उनकी ओर से पात्रता परीक्षा के आवेदन के समय हुई त्रुटि को सुधारने का मौका देने की मांग कर रहे हैं

69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थी उनकी ओर से पात्रता परीक्षा के आवेदन के समय हुई त्रुटि को सुधारने का मौका देने की मांग कर रहे हैं


अभ्यर्थियों का कहना है कि संशोधन का मौका नहीं मिलने पर मानवीय त्रुटियों व नेट की स्पीड तथा सर्वर डाउन होने के कारण होने वाली

गलतियों से योग्य अभ्यर्थी भर्ती से वंचित रह सकते है उनका कहना है कि भर्ती परीक्षा के आवेदन फार्म में प्रशिक्षण योग्यता में तीन कालम दिए गए थे। नंबर-1 डीएलएड/ बीटीसी, नंबर-2 शिक्षामित्र दूरस्थ शिक्षा विधि से प्रशिक्षित 2 वर्षीय बीटीसी, नंबर-3 बीएड। मानवीय गलती या सर्वर डाउन होने से किसी शिक्षामित्र ने डीएलएड/बीटीसी के कालम में प्रविष्टि भर दी हैं तो वह इसी श्रेणी में गिना जाएगा।

 शिक्षामित्रों को मिलने वाले भारांकों से वंचित रहकर परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो जाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि शिक्षामित्रों को मिलने वाला भारांक लाभ अंतिम है, ऐसे में सरकार को उनकी समस्या को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने क्रमांक के स्थान पर रोल नंबर और रोल नंबर के स्थान पर क्रमांक डाल दिया है। इसी प्रकार पूर्णांक के स्थान पर प्राप्तांक एवं प्राप्तांक के स्थान पर पूर्णांक डाल दिया है । उन्होंने इसके अतिरिक्त भी अन्य प्रकार की त्रुटियों को सुधारने का मौका देने की मांग की है। आवेदन पत्र में मामूली त्रुटि से भर्ती में शामिल होने से वंचित रह रहे अभ्यर्थियों ने रविवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी को ज्ञापन दिया। अभ्यर्थियों ने मंत्री के निवास पर ज्ञापन देकर त्रुटि सुधार का मौका देने की मांग की। आरती, शिखा सिंह, रुचि शुक्ला और मोनिका तिवारी ने कहा कि छोटी सी गलती ठीक का मौका नहीं दिया गया तो वे नौकरी से वंचित रह जाएंगे।

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